बॉलीवुड की दुनिया में शत्रुघ्न सिन्हा और रेखा का नाम बहुत सम्मान से लिया जाता है। दोनों ही अपने-अपने समय के सुपरस्टार थे और उनके बीच एक जबरदस्त तालमेल था। लेकिन फ़िल्म इंडस्ट्री की सबसे बड़ी जंगों में से एक यह थी कि 1987 के बाद दोनों एक-दूसरे से बात नहीं करते थे। आखिर ऐसा क्या हुआ था जो 23 साल तक दोनों ने एक-दूसरे से मुंह मोड़ लिया था? आइए, जानते हैं।
मनमुटाव की शुरुआत
साल 1987 में फ़िल्म ‘खून भरी मांग’ के सेट पर कुछ ऐसा हुआ, जिसने शत्रुघ्न सिन्हा और रेखा के रिश्ते में दरार डाल दी। शूटिंग के दौरान किसी बात पर दोनों के बीच तकरार हो गई और वह बहस इतनी बढ़ गई कि दोनों ने एक-दूसरे से बातचीत करना बंद कर दिया। दोनों की लड़ाई ने सेट पर माहौल को तनावपूर्ण बना दिया था, और जल्द ही यह बात पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री में फैल गई।
राकेश रोशन की कोशिशें – लेकिन कोई असर नहीं हुआ
फ़िल्म के डायरेक्टर राकेश रोशन, जो दोनों के करीबी दोस्त थे, ने कई बार कोशिश की कि शत्रुघ्न और रेखा के बीच सुलह हो। उन्होंने दोनों को समझाने की पूरी कोशिश की कि वे अपनी निजी बातें सेट से बाहर रखें और शूटिंग पर ध्यान दें। लेकिन उनका कोई असर नहीं हुआ। दोनों ने तय किया कि फ़िल्म पूरी करेंगे, लेकिन किसी भी कीमत पर एक-दूसरे से बात नहीं करेंगे। यह स्थिति 23 साल तक बनी रही, और फिर एक दिन वह वक़्त आया, जब कुछ चमत्कारी हुआ।
पूनम सिन्हा की भूमिका – दोस्ती की ओर पहला कदम
वह दिन था, जब शत्रुघ्न सिन्हा और रेखा एक ही पार्टी में मिले। यह पार्टी उनके करीबी दोस्तों की थी, और यहां पर कुछ खास हुआ। शत्रुघ्न की पत्नी पूनम सिन्हा ने दोनों के बीच की गलतफहमियों को दूर करने का काम किया। उन्होंने शत्रुघ्न और रेखा के बीच छुपी हुई बातों को बाहर निकाला और उन्हें सुलह करने के लिए प्रेरित किया। पूनम की समझदारी और रिश्ते को सुलझाने की क्षमता ने दोनों में फिर से दोस्ती करवा दी।
दोस्ती के बाद बदलाव – फ़िल्म में रेखा की वापसी
पूनम सिन्हा की मदद से जब शत्रुघ्न और रेखा की दोस्ती फिर से हुई, तो यह एक नई शुरुआत थी। इस सुलह के बाद, एक साल बाद जब शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने बेटे लव सिन्हा को फ़िल्म ‘सदियां’ से लॉन्च किया, तो उस फ़िल्म में रेखा को एक महत्वपूर्ण रोल ऑफर किया गया। यह दिखाता है कि इस दोस्ती के बाद न केवल दोनों के रिश्ते में सुधार हुआ, बल्कि बॉलीवुड में भी उनका साथ फिर से सराहा गया।
क्या था असल कारण?
सालों तक यह सवाल बना रहा कि आखिर क्यों शत्रुघ्न और रेखा के बीच इतनी बड़ी दरार आई। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह केवल एक निजी विवाद नहीं था, बल्कि यह एक बड़ी गलतफहमी थी, जो फ़िल्म के सेट पर हुई बहस की वजह से और बढ़ गई थी। बावजूद इसके, इस लंबी चुप्पी के बाद दोनों ने जो दोस्ती निभाई, वह बॉलीवुड के लिए एक मिसाल बन गई।
आज भी जब शत्रुघ्न सिन्हा और रेखा की दोस्ती की बात होती है, तो बॉलीवुड में इसे एक रोमांचक कहानी की तरह याद किया जाता है। यह साबित करता है कि समय चाहे जितना भी बीत जाए, अगर रिश्तों में सच्चाई और समझदारी हो, तो किसी भी विवाद को सुलझाया जा सकता है।